केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रैस वार्ता का आयोजन
केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रैस वार्ता का आयोजन
केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रैस वार्ता का आयोजन।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में छात्रों को केन्द्र में रखकर उनके सर्वांगीण विकास के लिए सीखने के पारंपरिक और नवीन तरीकों और प्रविधियों पर जोर दिया गया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधान आने के तीन वर्ष पश्चात उन प्रावधानों के क्रियान्वयन की प्रगति से आम जनता को जागरूक किया जाना नितांत आवश्यक है। इसी उद्देश्य से केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार में दिनांक 28 जुलाई को पत्रकार वार्ता आयोजित की गई।
केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार के प्राचार्य श्री अनुज कुमार पत्रकार वार्ता में नोडल अधिकारी के रूप में एवं श्री बीके वर्मा - प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय टीबरी कैंट , प्राचार्य, जवाहर नवोदय विद्यालय गुरदासपुर, श्रीमती शरणजीत कौर-प्राचार्य ,GGB रॉयल इंटरनेशनल स्कूल एवं अभिभावक भी उपस्थित थे।
प्रैस वार्ता को संबोधित करते हुए प्राचार्य श्री अनुज कुमार ने सभी मीडिया प्रतिनिधियों एवं अभिभावकों का हार्दिक अभिनंदन किया।
नोडल अधिकारी श्री अनुज कुमार ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्देशों के अनुरूप विभिन्न कदम प्रभावी रूप से उठाए गए हैं। विद्यालय में कक्षा पहली में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों के लिए विद्या प्रवेश उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसमें बच्चों को विभिन्न खेलकूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा मनोरंजन के साथ शिक्षा की ओर प्रेरित किया जाता है।
विद्यालय 'निपुण भारत मिशन' के अंतर्गत कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए बुनियादी पढ़ने-लिखने तथा अंक गणित हल करने के लक्ष्य को विभिन्न शिक्षण गतिविधियों के द्वारा संपादित कर रहा है। इसके अंतर्गत एफ एल एन (फाउंडेशनल लिट्रेसी एंड न्यूमेरेसी)- मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक कक्षा में बच्चों के लिए भाषा और गणित सीखने के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए खिलौना आधारित शिक्षण, क्लब गतिविधियाँ, समग्र मूल्यांकन प्रणाली और करके सीखो आदि के माध्यम से बच्चों को शिक्षण दिया जाता है। इसके सफलता पूर्वक क्रियान्वयन के लिए नियमित अंतराल पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधुनिक समय की आवश्यकता बनता जा रहा है। जब भारत नॉलेज पॉवर बनने की दिशा में अग्रसर है तो एआई उसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसीलिए केन्द्रीय विद्यालय डीबीएन में एआई एक अतिरिक्त विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों के ज्ञान को व्यवहारिक जीवन से जोड़ने और कौशल विकास पर विशेष बल दिया गया है । इस दिशा में विद्यालय निरंतर प्रयास कर रहा है। बच्चों को अनुभव करके सीखने, प्रयोगशाला में सीखने और सीखे गए विषय को दैनिक जीवन में लागू करने पर बल दिया जा रहा है। बच्चों के कौशल विकास के लिए विद्यालय में कार्यानुभव शिक्षक, क्रीड़ा शिक्षक, कला शिक्षक, संगीत शिक्षक, नृत्य, कम्प्यूटर और योग के सुयोग्य शिक्षक नियुक्त हैं। जो अपनी नियमित कक्षाओं में बच्चों की रुचियों और क्षमताओं के अनुसार उनके कौशल विकास में अपना योगदान देते हैं।
प्राचार्य अनुज कुमार जी ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय डीबीएन शिकार को 'पीएम श्री' स्कूल रूप में चयनित किया गया है जोकि हमारे लिए और अभिभावकों के लिए प्रसन्नता का विषय है। पीएम श्री स्कूल आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किए जा रहे हैं जिनमें 21वीं सदी को मध्य नजर रखते हुए आधुनिक तकनीकी से युक्त, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, अत्याधुनिक शिक्षण सुविधाओं से लेस , बच्चों के शारीरिक,मानसिक एवं बौद्धिक विकास एवं कौशल विकास के लिए सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
अंत में प्राचार्य श्री अनुज कुमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों पर पत्रकारों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा दूर की एवं मीडिया कर्मियों एवं अभिभावकों को धन्यवाद दिया गया, इस प्रकार प्रेस वार्ता संपन्न हुई।।