बंगाल के बाद MP में मिला करोड़पति क्लर्क, 4 हजार रुपये महीने से शुरू की थी नौकरी
85 लाख रुपए कैश, 4 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी , 3 चार पहिया गाड़ियां और लाखों की ज्वैलरी भी बरामद
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले जो एक देश में बड़े हो हले का कारण बना था के बाद अब मध्यप्रदेश के भोपाल में एक भ्रष्टाचारी क्लर्क के घर छापा में करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी और कैश बरामद हुआ है. ये क्लर्क एमपी के चिकित्सा शिक्षा विभाग में काम करता है.
मध्य प्रदेश के भोपाल में बुधवार को राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक क्लर्क के यहां छापा मारा. छापेमारी के दौरान टीम को जो मिला वो हैरान करने करने वाला था. घर से 85 लाख रुपए कैश बरामद हुए. इसके अलावा क्लर्क के घर से 4 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के कागज भी मिले हैं. क्लर्क के घर के बाहर 3 चार पहिया गाड़ियां और लाखों की ज्वैलरी भी बरामद की गई है.
बुधवार सबुह 6 बजे भ्रष्टाचारी बाबू के बैरागढ़ स्थित आलीशान मकान पर अचानक EOW की टीम पहुंच गई. टीम ने घर में घुस कर एक एक चीज को खंगालना शुरू किया. फिर क्या था एक एक कर नोटों के बंडल सामने आने लगे. बंडलों को गिना गया तो घर में 85 लाख रुपये कैश मिला.
यही नहीं टीम को क्लर्क हीरो केसवानी के घर से 4 करोड़ के प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले. इनमें बैरागढ़ में आलीशान घर, प्लॉट और जमीन के दस्तावेज शामिल थे. साथ ही लाखों की ज्वैलरी भी मिली. अकेले बैरागढ़ का मकान ही डेढ़ करोड़ का बताया जा रहा है. टीम को छानबीन के दौरान ये भी पता चला कि हीरो केसवानी ने ज्यादातर संपत्ति अपनी पत्नी के नाम खरीदी थी.
इस छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा होने के बाद भ्रष्टाचारी क्लर्क हीरो केसवानी इतना घबरा गया कि उसने बाथरूम क्लिनर पी लिया. आनन फानन में हीरो केसवानी को तुरंत हमीदिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. फिलहाल उनका इलाज जारी है.
हीरो केसवानी ने जब अपनी नौकरी शुरू की थी, तब वो महज चार हजार रुपये कमाते थे. आज की तारीख में उनकी सैलेरी करीब 50 हजार रुपये तक ही पहुंची है. बावजूद इसके हीरो केसवानी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं.
करोड़ो के घोटाले के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने क्लर्क हीरो केसवानी को सस्पेंड कर दिया है. हीरो केसवानी को सागर मेडिकल कॉलेज में अटैच किया गया. चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है. चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने क्लर्क हीरो केसवानी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की है.